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समय किसी का इंतजार नहीं करता , ना हाथ से गया अवसर लौट कर वापस आता है | निश्चित तौर पर आज की भागदौड़ भारी जिंदगी में सेकंड इनकम के लिए हर व्यक्ति दौड़ रहा है | पत्रकारिता को लेकर भी यही मानस बना हुआ है, मंहगाई के दौर में एक सामान्य तनख़्वाह से घर चलना दूभर है | इसी बीच आनलाइन मीडिया के रूप में न्यू मीडिया बाजार में अपनी जगह बना रहा है | यदि आप भी समय के साथ चलना चाहते है तो निश्चित तौर पर आपको भी न्यू मीडिया में स्वयं का भविष्य तलाशना ज़रूरी है , आज नहीं पर कल तो इससे किनारा कर ही नहीं पाओगे….

दो दशक पहले कम्प्यूटर अख़बार संस्थानों में अनिवार्य करना शुरू कर दिया गया था, जिन लोगों को कम्प्यूटर पर कार्य करना नहीं आता था, उन्हे सीखना पड़ा, वरना वो विधा से अपना परिचय धीरे धीरे खोते गये….

समय का चक्र अपनी गति से चलता ही जा रहा है, एक माह पूर्व ही जिन लोगों ने पोर्टल बनवाने का सोचा उन्ही का उदाहरण लेते है, मेरे एक परिचित ने मुझसे कहा की न्यूज पोर्टल बनवाना है, मेने भी उन्हे प्रक्रिया बता दी, उनका जवाब था ठीक है बनवाते है| उसी दिन शाम में एक सज्जन ने फ़ोन पर चर्चा की,पोर्टल बनवाने की हाँ कही, खाते में पैसा जमा किया और उनका पोर्टल बन गया | मज़े की बात ये है क़ि कल मेरे मित्र मेरे दफ़्तर आए, उन्होने फिर मुझसे कहा भाई कब बनवाए पोर्टल, और इतनी ही देर में उन सज्जन का फ़ोन आया जिन्होने उसी दिन पोर्टल बनवा लिया था , वो कहने लगे- “सर, पोर्टल पर ४५ हज़ार विज़िटर्स हो चुके हैं, २० एड भी लगाए है, जिनसे कुल कमाई लगभग 42000 रुपये हो चुकी है , अब आगे क्या करना है आप सुझाएँ |”

मैं बड़ा खुश हुआ , उनके साथ चर्चा की, आगे की योजनाएँ तैयार की | फिर मेने मेरे मित्र से पूरी बात बताई, उनके हाथ में पछतावे के सिवा कुछ नहीं था, कल उन मित्र को कुछ समझ आई और उन्होने शुरुआत करना चाही पर फिर एक और नुकसान हो गया , जो डोमेन एक महीने पहले सोचा था क़ि इस नाम से काम करेंगे , वो किसी और के द्वारा बुक हो चुका था | फिर नये नाम से शुरुआत करनी पड़ी | बहरहाल इन सब के बीच एक माह का डोमेन एज और साथ ही लाभ की संभावनाओं को तो उन्होने खो ही दिया था|

एक तरह से अच्छा भी रहा, सिर्फ़ भविष्य के लिए सपने देखने भर से पूरे नहीं हो जाते , उन सपनों के लिए कदम घर से बाहर निकाला भी पड़ता है | और तो और उन कदमों पर पहला भरोसा खुद को ही करना पड़ता है | क्योंकि आपका प्रतिस्पर्धी आपके लिए कभी नहीं रुकता | वो सफलता के लिए हमेशा काम करता है, प्रयास करता है तभी सफल हो भी पाता है |

बाजार में चलन है न्यूज पोर्टल का, और आप है क़ि अभी तक केवल निर्णय नहीं ले पा रहे है….  आख़िर इससे नुकसान आपका है, आपका भविष्य आपके ही हाथ में है | जितनी जल्दी आपका निर्णय होगा, उतना लाभ आपको मिलेगा क्योंकि गूगल भी ६ माह बाद ही Adsense का अप्रुवल देता है | अब निर्णय आपका है |

आप भी शामिल हो सकते है भविष्य के धन कुबेर बनने की सूची में, क्योंकि न्यूज पोर्टल, इंटरनेट टीवी, वेब न्यूज चैनल अब भविष्य के बेहतरीन करियर विकल्प है |

बेहतर न्यूज पोर्टल बनवाने के लिए आज ही संपर्क करें,  उक्त सन्दर्भ में कोई भी प्रश्न हो तो आप इसी वेबसाइट के कांटेक्ट मेन्यू में जा कर प्रश्न पूछ सकते है| हमारी टीमआपके सवालों का जल्दी ही जवाब देगी |

यदि आप न्यूज पोर्टल बनवाना चाहते है तो आज ही संपर्क करें टीम E News Portals से

संपर्क सूत्र :  09406653005

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 मैं अर्पण जैन ‘अविचल’, विगत १२ सालों से लगातार साफ्टवेयर व्यापार के साथ–साथ पत्रकारिता में arpan jain avichalसक्रिय हूँ| हमारी मातृ संस्थान ‘SANS Technologies’ है, जिसका मुख्य काम वेबसाइट, न्यूज पोर्टल बनाना, मोबाइल एप, डिजिटल ब्रान्डिंग आदि करना हैं| इसके अतिरिक्त वेब पत्रकारिता में चहेता नाम ‘खबर हलचल न्यूज’ का संचालन करते हुए पत्रकारों के लिए भारत की पहली सोशल नेटवर्किंग साइट ‘indianreporters.com’ का संचालन भी हमारे द्वारा ही किया जा रहा है | पत्रकारिता और लेखन से जुड़ा होने के कारण देश के कई अख़बार एवं पत्रिकाएं मेरे लेखों को नियमित छापती रहती है | पत्रकारिता के सरोकारों की पुन: स्थापना के लिए पत्रकारों का आर्थिक हालचाल दुरुस्त होना आवश्यक है | इसी सन्दर्भ में मैं लगतार इस माध्यम से पत्रकारों की आय बड़ाने के लिए कार्य कर रहा हूँ |

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